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रोग एवं उनके निदान

Sexologist in Udaipur

स्तंभन दोष

स्तंभन दोष का अर्थ क्या है?

Sexologist in Udaipur – सेक्स करने के लिए पुरुष जब स्वंय को पूरी तरह तैयार नहीं कर पाता यानि उसका वीर्य निकलने में परेशानी होती है या नहीं निकलता, तो उसे ही स्तंभनदोष कहतेहैं।ऐसा नहीं है कि कभी-कभी अगर वीर्य यानि स्पर्म के निकलने में देर या परेशानी हो रही है तो उसे यह रोग है, ऐसा कभी-कभी हो जाता है परंतु यदि हमेशा ही लगातार ऐसा हो रहा है तो फिर यह चिंता वाली बात है। 

स्पर्म का न निकलना, बहुत देर में निकलना और कम निकलना व्यक्ति के लिए तनावआत्मविश्वास की कमी और रिश्तों में कड़वाहट भर सकता है। यही नहीं वीर्य का न बनना या न निकलना किसी शारीरिक कमज़ोरी या गंभीर शारीरिक स्थिति की ओर संकेत भी करता है, जिसपर ध्यान देते हुए  फौरन इलाज करवाना चाहिए|

स्तंभन दोष

Sexologist Doctor in Udaipur

   

कैसे पता चले कि मैं इससे पीड़ित हूं?

Sexologist Doctor in Udaipur – इस रोग में ऐसा नहीं है कि आपको कुछ विचित्र लक्षण महसूस होंगे परंतु हां, दो-तीन लक्षण ऐसे हैं जिनसे आप इस समस्या को पहचान सकते हैं । जैसे – शरीर में लंबे समय तक आलस और कमज़ोरी महसूस होना, लिंग का अधिक समय तक टाइट न हो पाना और आखिरी यही कि स्पर्म निकलने में समस्या होना । 

एक सच यह भी है कि यदि किसी में नपुंसकता के लक्षण हैं तो वह इस बात को बताने में जिझक अवश्य महसूस करेगा परंतु, यदि आपको यह समस्या है तो आपको किसी सैक्सोलॉजिस्ट या डॉक्टर (sexologist doctor in udaipur) से कंसल्ट अवश्य करना है । डॉक्टर आपकी समस्या समझकर इलाज को सही दिशा देगा और जांच या टेस्ट के लिए भी परामर्श दे सकता है । 

इसके क्या कारण हैं ?

इस रोग के होने के शारीरिक और मानसिक, दोनों कारण हो सकते हैं । 

शारीरिक कारणों में शामिल हैं :

  1. लिंग की रक्त वाहिकाएं सिकुड़ जाने पर भी यह समस्या होती है, जिसका कारण हाई ब्लड प्रेशर, हाई कोलेस्ट्रॉल और डायबिटीज हो सकता है।
  2. हॉर्मोन में गड़बड़ी या किसी प्रकार की समस्या होना।
  3. सर्जरी के कारण या चोट के दुष्प्रभाव के कारण ।

मानसिक कारणों में शामिल है :

  1. चिंता
  2. डिप्रेशन 

स्वप्नदोष

अपने नाम के विपरीत स्वप्नदोष (Nocturnal emission) कोई दोष न होकर एक स्वाभाविक दैहिक क्रिया है जिसके अंतर्गत एक पुरुष को नींद के दौरान वीर्यपात (स्खलन) हो जाता है। यह महिने में अगर 1 या 2 बार ही हो तो सामान्य बात कही जा सकती है।और यह कहा जा सकता है कि कोई रोग नहीं है किन्तु यदि यह इससे ज्यादा बार होता है तो वीर्य की या शुक्र की हानि होती है और व्यक्ति को शारीरिक कमजोरी का अहसास होता है। क्योंकि यह शुक्र भी रक्त कणों से पैदा होता है। अतः अत्यधिक शुक्र क्षय व्यक्ति को कमजोर कर देता हैं।

स्वप्नदोष

स्वप्नदोष, किशोरावस्था और शुरुआती वयस्क वर्षों में के दौरान होने वाली एक सामान्य घटना है, लेकिन यह उत्सर्जन यौवन के बाद किसी भी समय हो सकता है। आवश्यक नहीं है कि प्रत्येक पुरुष स्वप्नदोष को अनुभव करे, जहां अधिकांश पुरुष इसे अनुभव करते हैं वहीं कुछ पूर्ण रूप से स्वस्थ और सामान्य पुरुष भी इसका अनुभव नहीं करते। स्वप्नदोष के दौरान पुरुषों को कामोद्दीपक सपने आ सकते हैं और यह स्तंभन के बिना भी हो सकता है।

शीघ्रपतन

शीघ्रपतन

यह शब्द वीर्य के स्खलन के लिए प्रयोग किया जाता है। पुरुष की इच्छा के विरुद्ध उसका वीर्य अचानक स्खलित हो जाए, स्त्री सहवास करते हुए संभोग शुरू करते ही वीर्यपात हो जाए और पुरुष रोकना चाहकर भी वीर्यपात होना रोक न सके, अधबीच में अचानक ही स्त्री को संतुष्टि व तृप्ति प्राप्त होने से पहले ही पुरुष का वीर्य स्खलित हो जाना या निकल जाना, इसे शीघ्रपतन होना कहते हैं। इस व्याधि का संबंध स्त्री से नहीं होता, पुरुष से ही होता है और यह व्याधि सिर्फ पुरुष को ही होती है।

  1. शीघ्र पतन की सबसे खराब स्थिति यह होती है कि सम्भोग क्रिया शुरू होते ही या होने से पहले ही वीर्यपात हो जाता है। सम्भोग की समयावधि कितनी होनी चाहिए यानी कितनी देर तक वीर्यपात नहीं होना चाहिए, इसका कोई निश्चित मापदण्ड नहीं है। यह प्रत्येक व्यक्ति की मानसिक एवं शारीरिक स्थिति पर निर्भर होता है।
  2. समय से पहले वीर्य का स्खलित हो जाना शीघ्रपतन है। यह “समय” कोई निश्चित समय नहीं है पर जब “एंट्री” के साथ ही “एक्सिट” होने लगे या स्त्री-पुरुष अभी चरम पर न हो और स्खलन हो जाए तो यह शीघ्रपतन (Premature Ejaculation) है। ऐसे में असंतुष्टि, ग्लानी, हीन-भावना, नकारात्मक विचारो का आना एवं अपने साथी के साथ संबंधों में तनाव आना मुमकिन है।
  3. यहाँ यह समझ लेना जरूरी है कि जरूरी नहीं है कि हर वह व्यक्ति जिसका वीर्यस्खलन शीघ्र होता है शीघ्रपतन का शिकार है। हो सकता है व्यक्तिविशेष किसी शारीरिक विषमता का शिकार हो और यह समस्या स्थाई हो पर इस हेतु अच्छे विशेषग्य से परामर्श आवश्यक है। इंटरकोर्स शुरू होने से 60सैकंड के भीतर ही अगर किसी पुरूष का वीर्य-स्खलन हो जाता है तो इसे शीघ्र-पतन (premature ejaculation) कहा जायेगा। इंटरनेशनल सोसाइटी ऑफ सैक्सुयल मैडीकल के विशेषज्ञों ने पहली बार इस शीघ्र-पतन की पारिभाषित किया है….रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि विश्व भर में 30 फीसदी पुरूष इस यौन-व्याधि (Sexual disorder) से परेशान हैं।
  4. शीघ्र पतन की सबसे खराब स्थिति यह होती है कि सम्भोग क्रिया शुरू होते ही या होने से पहले ही वीर्यपात हो जाता है। सम्भोग की समयावधि कितनी होनी चाहिए यानी कितनी देर तक वीर्यपात नहीं होना चाहिए, इसका कोई निश्चित मापदण्ड नहीं है। यह प्रत्येक व्यक्ति की मानसिक एवं शारीरिक स्थिति पर निर्भर होता है। सेक्‍स के दौरान कुछ देर तक लंबी सांस जरूर लें। यह प्रक्रिया शरीर को अतिरिक्‍त ऊर्जा प्रदान करती है। आपको मालूम होना चाहिए कि एक बार के सेक्स में करीब 400 से 500 कैलोरी तक ऊर्जा की खपत होती है। इसलिए अगर संभव हो सके तो बीच-बीच में त्‍वरित ऊर्जा देने वाले तरल पदार्थ जैसे ग्लूकोज, जूस, दूध आदि का सेवन कर सकते हैं। इसके अलावा आपसी बातचीत भी आपको स्थायित्व दे सकता है। ध्‍यान रखें, संभोग के दौरान इशारे में बात न करके सहज रूप से बात करें।
  5. डर, असुरक्षा, छुपकर सेक्स, शारीरिक व मानसिक परेशानी भी इस समस्या का एक कारण हो सकती है। इसलिए इससे बचने का प्रयत्‍न करें। इसके अलावे कंडोम का इस्तेमाल भी इस समस्या के निजात के लिए सहायक हो सकता है

शिथिलता (इरेक्टाइल डिसफंक्शन)

आजकल पुरुषों के लिंग में ढीलापन और पेनिस की नसों में कमजोरी होना एक गंभीर समस्या बन गई है। लिंग में तनाव न आना या लिंग का ढीलापन कोई स्‍थाई या गंभीर समस्‍या नहीं है। जो लोग इस समस्‍या से परेशान हैं | यदि किसी का सेक्स के दौरान लिंग ढीला हो जाता है और वह उसे योनि में प्रवेश नहीं करा पाता है तो यह इरेक्‍टाइल डिसफंक्‍शन या लिंग का ढीलापन पुरुषों की यौन कमजोरी को दर्शाता है। इस समस्‍या के कारण महिला और पुरुष दोनों यौन सुख प्राप्‍त करने में असमर्थ रहते हैं। लिंग में ढीलापन आने का प्रमुख कारण मांसपेशियों में कम रक्‍त प्रवाह होना और तंत्रिकाओं का सही तरह से काम न करना हो सकता है। लेकिन स्‍तंभनदोष या लिंग का ढीलापन एक मनोवैज्ञानिक कारण से भी हो सकता है जिसका इलाज चिकित्‍सा के माध्‍यम से किया जा सकता है।

इंद्रियो का छोटापन या अविकसित होना

क्या आप सोच रहे हैं कि लिंग मोटा, लंबा, कैसे करें? क्या आप चिंतित हैं अपने लिंग के आकार को लेकर?

चिंता न करें क्योंकि आप सही जगह पर हैं।

आजकल बहुत सारे आयुर्वेदिक एवम प्राकृतिक तरीके हैं जिनसे आप अपने लिंग का आकार बढ़ा सकते हैं और इसे और बड़ा और मोटा कर सकते हैं|

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पुरुषों की इस जिज्ञासा के कारण, बहुत सारी दवाएं और तरीके हैं जिनके बारे में सोचा जा रहा है, पुरुषों के लिए अपने लिंग का आकार बढ़ाने के लिए|

कशिश क्लिनिक मे आपकी इस समस्या का समाधान आयुर्वेदिक एवम प्राकृतिक तरीको से किया जाता है

इलाज के मौजूदा विकल्प (निदान)

लीनियर फोकस्ड शॉकवेव थेरेपी

आयुर्वेदिक औषधियों द्वारा

आयुर्वेदिक औषधियों द्वारा

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